पारद शिवलिंग के लाभ CAN BE FUN FOR ANYONE

पारद शिवलिंग के लाभ Can Be Fun For Anyone

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प्राचीन ग्रंथों में पारद शिवलिंग को स्वयं सिद्ध धातु माना गया है.

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पारद शिवलिंग की भक्तिभाव से पूजा करने से संतान की प्राप्ति होती है।

अशी आख्यायिका मिळते कि समुद्र मंथनाच्या वेळी मोहिनी रूपातल्या स्त्री रुपी विष्णू ला पाहून शिव मोहित झाले आणि त्यांच्या मैथुन क्रियेतून पारा रुपी द्रव उत्त्पत्तीत आला.

साथ ही अपने आसपास गंगाजल, रोली, मोली चावल, दूध और हल्दी चंदन रखना चाहिए।

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१०० अश्वमेघ यज्ञ , चार धाम यात्रा , एक लाख गायीचे दान , केल्याने जे फळ मिळते ते एकट्या पारद शिवलिंगाच्या पूजनाने मिळेल.

इस शिवलिंग की पूजा करने से सकारात्मक ऊर्जा का विकास होता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।

क्या इन शिवलिंगों को खरीदते समय किसी विशेष बात का ध्यान रखना चाहिए?

पारा धातू पासून पारद शिवलिंग तयार केले जाते. हा एक द्रव पदार्थ आहे आणि त्यात तांबे ,कांसे, आणि इतर जडीबुटी मिसळून ह्या शिवलिंगाला आकार दिला जातो. तांबे हे पार्वतीचे रूप मानले जाते.

'ऐं ह्रीं श्रीं 'ॐ नम: शिवाय' : श्रीं ह्रीं ऐं' 

रोज अभिषेक करताना नमः शिवाय मंत्र म्हणावा , 

क्या इन शिवलिंगों को खरीदते समय किसी विशेष बात का ध्यान रखना चाहिए?

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